नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बॉलीवुड अभिनेता श्रेयस तलपड़े और आलोक नाथ सहित सात लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। कोर्ट के आदेश पर गोमती नगर विस्तार थाने में यह रिपोर्ट दर्ज की गई है। आरोप है कि लोनी अर्बन मल्टी स्टेट क्रेडिट सोसाइटी (एलयूसीसी) के जरिए निवेश का झांसा देकर 45 लोगों से करीब 9.12 करोड़ रुपये की ठगी की गई।

इस मामले में फिल्मी सितारों के अलावा कंपनी के संचालक डॉ. उत्तम सिंह राजपूत, संजीव वर्मा, समीर अग्रवाल, शबाब हुसैन और आरके शेट्टी को भी आरोपी बताया गया है। बताया जा रहा है कि समीर अग्रवाल फिलहाल दुबई में है, जबकि मुख्य संचालक डॉ. उत्तम सिंह अब तक फरार है।

वहीं आरोपियों पर चिटफंड स्कीम के जरिए निवेशकों को धोखा देने का आरोप है। कंपनी ने दावा किया था कि निवेश करने वालों को छह साल में उनकी रकम दोगुनी कर दी जाएगी। इस योजना के प्रचार-प्रसार के लिए श्रेयस तलपड़े और आलोक नाथ को ब्रांड एंबेसडर बनाया गया था।

लखनऊ के त्रिवेणीनगर में रहने वाले अनीस अहमद ने बताया कि करीब आठ साल पहले उनकी मुलाकात डॉ. उत्तम सिंह से हुई थी। उन्होंने खुद को गोमती नगर विस्तार स्थित लोनी अर्बन सोसाइटी का अधिकारी बताया और सरकार से मान्यता प्राप्त बताकर निवेश की सलाह दी। अनीस ने शुरुआत में 10 लाख रुपये जमा किए और इसके बाद अन्य लोगों को भी निवेश के लिए प्रेरित किया।

वहीं कंपनी ने निवेशकों को सदस्यता देने के नाम पर 44 अन्य लोगों से करीब 9.02 करोड़ रुपये जमा करवा लिए। लेकिन जून 2024 के बाद कंपनी के अधिकारी बहाने बनाने लगे और फिर अचानक गोमती नगर विस्तार स्थित दफ्तर पर ताला लगा दिया।

अनीस ने बताया कि कंपनी का रजिस्टर्ड ऑफिस गाजियाबाद और प्रशासनिक कार्यालय इंदौर में था। निवेशकों को भरोसे में लेने के लिए श्रेयस तलपड़े और आलोक नाथ जैसे कलाकारों से प्रचार करवाया गया। बड़े नामों से जुड़ी कंपनी देखकर निवेशकों ने बिना शक किए करोड़ों रुपये निवेश कर दिए।

अब इस मामले में डॉ. उत्तम सिंह, संजीव वर्मा, समीर अग्रवाल, शबाब हुसैन, आरके शेट्टी, श्रेयस तलपड़े और आलोक नाथ के खिलाफ धोखाधड़ी और गबन का मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं अब गोमती नगर विस्तार के इंस्पेक्टर सुधीर अवस्थी ने बताया कि मामले की गहन जांच की जा रही है और आरोपियों की तलाश जारी है।